Jitin Prasad Accident- केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का यूपी में एक्सीडेंट; अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर निकले थे

केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद का यूपी में एक्सीडेंट; अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर निकले थे, तेज रफ्तार गाड़ी ने पीछे से मारी कार में टक्कर

Union Minister Jitin Prasad Accident in Pilibhit UP News

Union Minister Jitin Prasad Accident in Pilibhit UP News

Jitin Prasad Accident: पीलीभीत लोकसभा सीट से सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद का एक्सीडेंट हुआ है। जितिन प्रसाद अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत में ही हादसे का शिकार हो गए। जिस समय हादसा हुआ, वह पीलीभीत के दौरे पर निकले थे। जितिन प्रसाद की कार को पीछे से तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी। हालांकि, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। जितिन प्रसाद के साथ-साथ हादसे की चपेट में आए उनके साथ अन्य लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हादसे के बाद जितिन प्रसाद दूसरी गाड़ी से अपने दौरे के लिए रवाना हो गए थे।

काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं

बताया जा रहा है कि, जितिन प्रसाद की कार को पीछे से जिस तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मारी तो वह उनके काफिले में ही शामिल गाड़ी थी। बताया जाता है कि, जब पीलीभीत में मझोला से बहरवा रूट पर जितिन प्रसाद का काफिला तेज रफ्तार में गुजर रहा था तो इसी दौरान जितिन प्रसाद की कार के आगे सुरक्षा में तैनात चल रही एस्कॉर्ट गाड़ी ने अचानक ब्रेक ले लिया। इसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री की कार ने भी आनन-फानन में ब्रेक मारने की कोशिश की और इसके साथ ही कार की एस्कॉर्ट गाड़ी से टक्कर हो गई। इसी दौरान मंत्री के पीछे चल रही कार भी आकर पीछे से टकरा गई। इससे केंद्रीय राज्य मंत्री की कार पीछे और आगे दोनों तरफ से क्षतिग्रस्त हो गई।

बता दें कि, जितिन प्रसाद के पास बतौर केंद्रीय राज्य मंत्री वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का कार्यभार है। इसके साथ ही उन्हें इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का कार्यभार भी सौंपा गया है। जितिन प्रसाद काफी चर्चित नेता हैं और वह काँग्रेस में रहने के दौरान भी केंद्र में मंत्री रह चुके हैं। जितिन राहुल गांधी के करीबी माने जाते थे और ज्योतिरादित्य सिंधियां गुट के थे। ज्योतिरादित्य सिंधियां के काँग्रेस छोड़ने और बीजेपी में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद भी बीजेपी में शामिल हो गए थे। जितिन प्रसाद यूपी की योगी सरकार में भी मंत्री बने थे। लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उन्होंने मंत्री और विधान परिषद सदस्य से इस्तीफा दे दिया था।